प्राकृतिक स्त्रोतों से खिलवाड़ पर प्रशासन कि चुप्पी उद्योगों कि प्रशासन के साथ सांठ गाँठ
पर्यावरण के लिए खतरा बन रहे परवाणू के उद्योग प्रशासन नहीं ले रहे सुध
परवानू में हर वर्ष गर्मियों में स्थानीय लोगों को पानी की कमी से जूझना पड़ता है | हिमुडा द्वारा चैक डैम बनाने के बाद भी पूरी तरह से पानी शहरवासियों को नहीं मिल पाता है | ऐसे में परवानू के उद्योग भी पानी की कमी में एहम भूमिका निभा रहे हैं | हल ही में परवानू के कामली गांव के लोगों ने बताया की कामली में उद्योग कौशल्या खड्ड से पानी उठा रहे हैं | कामली निवासी अविन्दर सिंह ने बताया की हमने उद्योगों से बात की कि उनके पास पानी का कनेक्शन है तो वह नदी का पानी क्यों उठा रहे हैं | इस पर उद्योगपति ने बताया कि हम नदी से पानी उठाने के लिए हिमुडा को एक निश्चित मासिक शुल्क अदा करते हैं | इस बारे में वार्ड मेंबर भजन कुमार ने बताया कि गांव वालों ने कई बार इस बारे में शिकायत कि जिसके चलते हमने हिमुडा से इस बारे बात की |


परन्तु हिमुडा ने यह कह कर टाल दिया कि मोटर हमारे डैम से काफी आगे है तथा डैम के बाद के पानी कि हमें कोई जरूरत नहीं है | स्थानीय लोगों ने ऐतराज़ जताते हुए कहा कि यदि प्रशासन द्वारा अभी कोई कार्यवाही नहीं कि जाती है तो अन्य उद्योगों को भी रोकना मुश्किल हो जायेगा | उन्होंने बताया कि प्राकृतिक स्त्रोतों का पानी यहाँ तक कि बोरवेल के पानी पर भी हिमाचल सरकार का अधिकार होने का माननीय उच्च न्यायाल ने आदेश जारी किये है | बावजूद इसके प्रशासन द्वारा प्राकृतिक स्त्रोतों से खिलवाड़ पर प्रशासन कि चुप्पी उद्योगों कि प्रशासन के साथ सांठ गाँठ कि ओर इशारा करती है |
मामले कि जाँच कर करेंगे कार्यवाही
कामली खड्ड से उद्योग द्वारा पानी उठाने का मामला संज्ञान में आया है | प्राकृतिक स्रोतों से पानी उठाना एनजीटी के नियमों का उलंघन है इस मामले में अपने अधिकारी भेजकर मामले कि जाँच करेंगे व् उचित कार्यवाही अमल में लाएंगे | प्रदीप मोदगिल अनुमंडल अधिकारी प्रदूषण विभाग परवानू